अभिव्यक्ति के ८ अगस्त २०११ के अंक में पढ़ें मन्नू भंडारी की कहानी- स्त्री सुबोधिनी, मनजीत शर्मा मीरा का व्यंग्य महँगाई मार गई, डॉ. अनिल कुमार का आलेख- नवगीत- परिप्रेक्ष्य और प्रासंगिकता, अभिलाष अवस्थी की दृष्टि से सूर्यबाला का कहानी संग्रह- गौरा गुनवंती और रति सक्सेना का नगरनामा- सागरी झीलों का शहर त्रिवेन्द्रम। इसके अतिरिक्त स्थायी स्तंभों में रसोईघर में चटपटी चीज़ टिकिया, अलका मिश्रा का आयुर्वेदिक सुझाव, घर परिवार में इला गौतम का अध्ययन शिशु का ३२वाँ सप्ताह और कंप्यूटर की कक्षा में नई जानकारी- साथ में- वर्ग पहेली, नवगीत की पाठशाला तथा कीर्तीश का कार्टून नए तेवर के साथ।
अनुभूति के ८ अगस्त २०११ के अंक में पढ़ें- गीतों में - दिनेश सिंह, अंजुमन में- हरि अनजान, छंदमुक्त में- विक्रम पुरोहित, कुंडलियों में- त्रिलोकसिंह ठकुरेला और पुनर्पाठ में- वीना विज की रचनाएँ।
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