अभिव्यक्ति के १५ अगस्त २०११ के अंक में पढ़ें नीलम राकेश की कहानी- उनसे मिलना, आचार्य संजीव सलिल की लघुकथा- निपूती भली थी, कैलाश बुधवार की चेतावनी- क्या हम नव-साम्राज्यवाद के सामने घुटने टेक देंगे? अजय ब्रह्मात्मज की कलम से- हिंदी फ़िल्मों में राष्ट्रीय भावना और सुनील मिश्र का आलेख- महेन्द्र कपूर : देशराग के अनूठे गायक। इसके अतिरिक्त स्थायी स्तंभों में रसोईघर में सोया टिक्की, अलका मिश्रा का आयुर्वेदिक सुझाव, घर परिवार में इला गौतम का अध्ययन शिशु का ३३वाँ सप्ताह और कंप्यूटर की कक्षा में नई जानकारी- साथ में- वर्ग पहेली, नवगीत की पाठशाला तथा कीर्तीश का कार्टून के नए तेवर।
अनुभूति के १५ अगस्त २०११ के अंक में पढ़ें- देशभक्ति की भावनाओं से ओतप्रोत प्रतिष्ठित रचनाकारों की बहत्तर काव्य रचनाओं का संकलन- मेरा भारत।
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